नरेंद्र मोदी ने सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर जताया दुख

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देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर दुख जताया। नरेंद्र मोदी ट्वीट कर उन्‍होंने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा का निधन हमारे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के हमारे सदियों पुराने लोकाचार को प्रकट किया। उनकी सादगी और करुणा की भावना को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। मेरे विचार उनके परिवार और कई प्रशंसकों के साथ हैं। वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, नरेंद्र मोदी हेस्को के संस्थापक पद्म भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी समेत कई लोगों ने सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। बता दें एम्‍स ऋषिकेश में भर्ती पर्यावरणविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पद्मभूषण सुंदरलाल बहुगुणा (93 वर्ष) का शुक्रवार की दोपहर निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें बीती आठ मई को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था।

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राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने जताया शोक

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने विख्यात पर्यावरणविद्, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं चिपको आंदोलन के महानायक सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने दिवगंत की आत्मा की शांति, शोकाकुल स्वजन एवं शुभचिंतकों को धैर्य प्रदान करने की कामना की है। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि हिमालय के रक्षक सुंदरलाल बहुगुणा के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुख हुआ।

पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सुंदरलाल बहुगुणा का योगदान अविस्मरणीय

पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सुंदरलाल बहुगुणा का योगदान अविस्मरणीय है। उनका निधन संपूर्ण देश तथा विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है। चिपको जैसे विश्वविख्यात आंदोलन का नेतृत्व करने वाले वृक्षमित्र सुंदरलाल बहुगुणा जल, जंगल, मिट्टी और बयार को जीवन का आधार मानते थे। पर्यावरण संरक्षण को समर्पित उनका जीवन और सिद्धान्त विश्वभर में पर्यावरण हितैषियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।

मुख्‍यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा सुंदरलाल बहुगुणा का निधन अपूरणीय क्षति

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिपको आंदोलन को जन-जन का आंदोलन बनाने वाले सुंदरलाल बहुगुणा का निधन न केवल उत्तराखंड और भारतवर्ष बल्कि समस्त विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है। सामाजिक सराकारों व पर्यावरण के क्षेत्र में आई इस रिक्तता को कभी नहीं भरा जा सकेगा। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल स्वजन को धैर्य व दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने जताया शोक

पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने गहरा शोक व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने बहुगुणा के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सुंदरलाल बहुगुणा के निधन की खबर सुनते ही एम्स ऋषिकेश पहुंचकर उनके परिजनों को दुख व्यक्त करते हुए अपनी सांत्वना दी। विधानसभा अध्यक्ष ने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों एवं देशभर के उनके शुभचिंतकों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि विश्व विख्यात चिपको आंदोलन के प्रणेता रहे सुंदरलाल बहुगुणा ने जीवन पर्यंत वृक्षों के प्रति लोगों में मोह जागृत करने, पर्यावरण संरक्षण, हिमालय और नदियों के संरक्षण के लिए कई आंदोलनों की अगुआनी की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे बहुगुणा समाज के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत का कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भले ही शरीर से उनका निधन हो गया है, परंतु उनके द्वारा किए गए कार्य प्रत्येक व्यक्ति के दिल में हमेशा अमर रहेंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व्यक्त किया शोक

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कौशिक ने कहा कि चिपको आंदोलन को जन आंदोलन का रूप देने वाले सुंदरलाल बहुगुणा का निधन उत्तराखंड के लिए ही नही पूरे देश एवं विश्व के लिये अपूरणीय क्षति है।

डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने बहुगुणा के निधन को अपूरणीय क्षति बताया

हेस्को के संस्थापक पद्म भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी भी बहुगुणा के निधन का समाचार पाकर एम्स ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने प्रख्यात पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया।

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