नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश किया। इसमें सबसे ज्यादा जोर शिक्षा पर दिया है। कुल 69000 करोड़ रुपये के बजट में शिक्षा के लिए ही 16 हजार 377 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है। बेहतरीन टीचरों को तैयार करने के लिए सरकार ने एक टीचर्स यूनिवर्सिटी बनाने का ऐलान किया है। बाद में सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर दावा किया कि उनकी सरकार देश की पहली टीचर्स यूनिवर्सिटी बनाने जा रही है। हालांकि, उनका यह दावा गलत है क्योंकि देश में पहले से ही टीचर्स यूनिवर्सिटी है। ट्विटर पर ही उस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने केजरीवाल को ध्यान दिलाया कि गुजरात में इस तरह की यूनिवर्सिटी 2011 में ही बन चुकी है।
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली सरकार इस साल देश की पहली टीचर्स यूनिवर्सिटी की स्थापना करेगी। जहां देश और दुनिया के बेहतरीन शिक्षक तैयार किए जाएंगे।’
इसके जवाब में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन (IITE) वे वाइस चांसलर हर्षद पटेल ने ट्वीट किया, ‘महोदय , देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने 2011 में IITE ( टीचर्स युनिवर्सिटी) की स्थापना की है। और फिलहाल मैं उस यूनिवर्सिटी के कुलपति का दायित्व निभा रहा हूं।’ हालांकि, हर्षद पटेल का ट्विटर प्रोफाइल वेरिफाइड नहीं है।
स्टेट यूनिवर्सिटी है IITE
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्थित है। यह एक स्टेट यूनिवर्सिटी है। यूनिवर्सिटी की साइट पर उसके बारे में बताया गया है कि इसकी स्थापनी 2010 में की गई और यह गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रेन चाइल्ड है जिसका उद्देश्य विश्वस्तरीय टीचरों को तैयार करना है। फिलहाल, हर्षद पटेल इसके वाइस चांसलर हैं।
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