नई दिल्ली। अगर आपके घर में डॉग है तो आपका स्वास्थ्य दूसरों से बेहतर होगा और आपमें हार्ट अटैक (दिल का दौरा) और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होगा। यह दावा शोधकर्ताओं ने विस्तृत विश्लेषण करने के बाद अपने एक नए अध्ययन में किया है।
डॉग को पालने वाले लोगों का जीवनकाल लंबा
यह अध्ययन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें बताया गया है कि डॉग को पालने वाले लोगों का जीवनकाल लंबा हो सकता है। साथ ही डॉग हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है, खासकर तब जब वे अकेले रहते हों। शोधकर्ताओं ने 38 लाख लोगों पर किए एक अध्ययन में बताया है कि डॉग पालना विभिन्न बीमारियों से होने वाली मौत का जोखिम 24 प्रतिशत तक कम कर सकता है।
स्ट्रोक के मरीजों के लिए
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने डॉग पालने वाले और न पालने वाले मरीजों की तुलना की। उन्होंने पाया कि हार्ट अटैक के 1.82 लाख मरीजों में मात्र छह प्रतिशत ऐसे थे, जिनके पास डॉग था। वहीं, स्ट्रोक के 1.55 लाख मरीजों में मात्र पांच प्रतिशत के पास उनका यह पालतू जानवर था। शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन स्वीडन के मरीजों पर किया है।
स्वीडिश नेशनल हेल्थ डाटा का अध्ययन करते हुए शोधकर्ताओं ने पाया कि अस्पताल में भर्ती होने वाले डॉग मालिकों में मृत्यु का जोखिम कम था। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह संभवत: डॉग पालने से शारीरिक गतिविधि में वृद्धि और अकेलेपन में कमी आने के कारण होता है।
हार्ट अटैक के मरीजों के लिए
इस विश्लेषण में 1950 और मई 2019 के बीच प्रकाशित 10 अध्ययनों को कवर किया गया है, जिसमें 38 लाख लोगों को शामिल किया गया है। अध्ययन में पाया गया है कि डॉग पालने वालों को मृत्यु के संभावित सभी कारणों से 24 प्रतिशत तक कम खतरा रहता है और दिल के दौरे से मौत होने का खतरा भी 65 प्रतिशत तक घट जाता है। साथ ही हृदय रोग की अन्य बीमारियों से मृत्यु का जोखिम भी 31 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
बता दें कि पूर्व के कुछ अध्ययन भी यह बता चुके हैं कि पालतू जानवर खासकर डॉग को घर पर रखने से शारीरिक सक्रियता अधिक रहती है, जिसके चलते बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। अब इस नवीन अध्ययन में भी इस बात को विस्तार से बताया गया है।