रिपोर्ट .. page3news.co.in
देहरादून। सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत ने विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान-रूसा विषय पर बैठक लेते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के गुणवत्ता विकास पर बल दिया जाय। सबको शिक्षा, अच्छी शिक्षा योजना अमल में लायी जाये। इस योजना से समस्त कॉलेजों में शत् प्रतिशत् क्लास रूम से लेकर स्मार्ट क्लास, ई-लाईब्रेरी, पुस्तक, फर्नीचर, लैब, लाइब्रेरी, अध्यापक उपलब्ध करायी जायेगी।
मंत्री ने कहा उन्हीं विद्यालयों को रूसा के अन्तर्गत धन का आवंटन किया जायेगा जो नैक के अन्तर्गत आते हैं। नैक के मानक के अनुसार सभी विद्यालय में शत् प्रतिशत् प्राचार्य, बिल्डिंग, अध्यापक स्टॉफ, छात्र अध्यापक का अनुपात, छात्र उपस्थिति, प्रदर्शन, सुविधायें होनी चाहिए। इस मानक के अनुरूप उत्तराखंड को समस्त डिग्री कॉलेजों को शामिल किया जायेगा। रूसा के अन्तर्गत अभी तक 72 करोड़ रूपये मिले हैं। जिसमें से दून विश्वविद्यालय एवं कुमाऊ विश्वविद्यालय के लिए 20-20 करोड़ के अतिरिक्त कुल 49 कॉलेजों को सुविधायें दी जायेंगी। अब तक 72 करोड़ मिले बजट में एसजीआरआरपीजी कालेज देहरादून 2 करोड़, राजकीय महिला महाविद्यालय हल्द्वानी 2 करोड़, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार 2 करोड़, ऋषिकेश, काशीपुर, बागेश्वर, द्वाराहाट, डाकपत्थर, रूद्रपुर, रामनगर, लोहाघाट राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालयों को 2-2 करोड़ एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी को 2 करोड़, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोईवाल 3 करोड़, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मुनस्यारी 2 करोड़, रूसा परियोजना निदेशालय 3 करोड़ रूपये आवंटित किये जायेंगे। इस संबंध में मंत्री ने कहा उत्तराखंड के उच्च शिक्षा से सम्बन्धित कॉलेज और विश्वविद्यालय में सभी विद्यार्थियों के लिए 100 प्रतिशत पुस्तक की व्यवस्था की जायेगी। पहली बार सभी महाविद्यालय में अतिरिक्त सभी विद्यार्थियों को लैब, शौचालय, कम्प्यूटर लाइब्रेरी, ई-लाईब्रेरी, स्मार्ट क्लास, खेल का सामान, प्राचार्य, असिस्टेंट प्रोफेसर की सुविधा दी जायेगी। प्रत्येक कॉलेज में प्राचार्य के साथ कम से कम 2 असिस्टेंट प्रोफेसर और एक क्लर्क होगा। 80 डिग्री कॉलेज में अपना भवन होगा। 74 डिग्री कॉलेज में अपना भवन है। 6 कॉलेजों में भवन निर्माण रूसा के माध्यम से गतिमान है। बैठक में कहा गया इस योजना में सभी कॉलेजों में सेमिनार कराये जायें। मॉडल कॉलेजों में पुस्तकालय बना कर आम नागरिकों को पुस्तकालय की सुविधा दी जाय। बैठक में रूसा की निदेशक हर्षवंती बिष्ट मौजूद थीं।