चीन ने पाकिस्तान के लिए अपने समर्थन की पुष्टि
बयान में कहा गया, ‘चीन ने पाकिस्तान के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की है। यह समर्थन पाकिस्तान में राष्ट्रीय प्रभुसत्ता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने, देश में स्थिरता बनाए रखने, आर्थिक विकास बढ़ाने और क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मामलों में और बड़ी रचनात्मक भूमिका निभाने में पाकिस्तान के पक्ष में है।’
वांग यी ने कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच मित्रता मजबूत है। वर्तमान जटिल अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में चीन-पाकिस्तान सभी हालातों के अनुरूप रणनीतिक साझेदारी का और बड़ा महत्व है।
पुराना विवाद का मुद्दा बताते हुए कहा कि
पाकिस्तान के दौरे पर गए चीनी प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर को काफी पुराना विवाद का मुद्दा बताते हुए कहा कि इसका समाधान उचित व शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीर के वर्तमान हालात पर चीन भी नजर रख रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने जोर दिया किया कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार इसका समुचित और शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए।
बता दें कि 5 अगस्त को भारत ने जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करते हुए इसका विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था। तब से पाकिस्तान में बौखलाहट है और भारत के साथ तनाव जारी हैं।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से साफ कह दिया है कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाना उसका आंतरिक मामला है।