अलीगढ़,देहलीगेट के नगला मसानी में गणेश महोत्सव में सजे पंडाल में वाल्मीकि पक्ष के कुछ युवकों के जूते-चप्पल पहनकर घुस आने को लेकर रविवार की देर रात उनका जाटव पक्ष से विवाद हो गया। विवाद इतना तूल पकड़ गया कि गाली-गलौच के साथ ही उनमें जमकर पथराव होने लगा।
इससे वहां खलबली मच गई। इलाका पुलिस के अलावा कई थानों की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जातीय संघर्ष के टकराव को बमुश्किल टाला। मारपीट में दोनों पक्षों के चार लोग घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।देहलीगेट के नगला मसानी में गणेश महोत्सव में सजे पंडाल में वाल्मीकि पक्ष के कुछ युवकों के जूते-चप्पल पहनकर घुस आने को लेकर रविवार की देर रात उनका जाटव पक्ष से विवाद हो गया।
जबरन पूजा करने पर हुआ विवाद
नगला मसानी स्थित पथवारी देवी मंदिर पर जाटव बिरादरी से जड़े भक्तों ने गणेश महोत्सव का आयोजन कर पंडाल सजा रखा है। रविवार रात करीब 11 बजे वाल्मीकि पक्ष से जुड़े कुछ युवक पंडाल में आ पहुंचे। आरोप है कि युवक जूते-चप्पल पहन रखे थे और जबरन ही पंडाल में पूजा-अर्चना करने पहुंच गए। इस बात का जाटव पक्ष से जुड़े कार्यक्रम आयोजकों ने किया तो वाल्मीकि पक्ष के युवक आक्रोशित हो गए और गाली-गलौच करने लगे।
देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया और दोनों ही पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। मारपीट के साथ ही उनमें पथराव होने लगा। इससे पथवारी मंदिर के आस-पास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर कई थानों का फोर्स पहुंच आ गया। पुलिस बल को देख पथराव कर रहे युवक भाग खड़े हुए। पुलिस ने पथराव में जाटव पक्ष से फूलन देवी उनके बेटे भरत, धेवते कपिल एवं वाल्मीकि पक्ष के सुमित को घायल हो जाने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने बताया कि
एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने बताया कि पथराव करने के मामले में दोनों पक्षों के लोगों को सीसीटीवी कैमरों की मदद से चिन्हित किया जा रहा है। धार्मिक आयोजन की आड़ में शहर का माहौल खराब करने वालों को कतई नहीं बख्शा जायेगा।