S Jaishankar : विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से बात की। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव पर बात हुई। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, ‘कल अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इसके अपराधियों, समर्थकों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।’
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भारत की अमेरिका को दो टूक
इससे पहले अमेरिका ने भारत से पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को कम करने का आह्वान किया। अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ दिल्ली के साथ सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और पहलगाम आतंकी हमले की जांच में इस्लामाबाद के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। हालांकि, आतंकवाद के पनाहगार के तौर पर जगजाहिर देश पाकिस्तान के साथ सहयोग की किसी भी गुंजाइश से भारत ने किनारा कर रखा है। उसका एकमात्र मकसद आतंकवाद का जड़ से सफाया और पहलगाम के पीड़ितों को न्याय दिलाना है।
हमले में मारे गए लोगों के लिए दुख जताया
दरअसल, विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार को विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग बात की। जयशंकर के साथ अपनी बातचीत में रुबियो ने पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए दुख जताया। आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। इसमें ज्यादातर पर्यटक थे।
अमेरिका ने भारत के समर्थन की बात दोहराई
विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि रुबियो ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने भारत से आतंक के खिलाफ जंग जारी रखने के साथ तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भी काम करने की अपील की।
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