नई दिल्ली। कांग्रेस के अगले अध्यक्ष के चुनाव को फिलहाल टाल दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव आगे के लिए स्थगित हो गए है। देश में कोरोना महामारी से उत्पन्न हालात को देखते हुए ये फैसला लिया है। काग्रेस कार्यसमिति की बैठक(CWC Meeting) की बैठक में इसे स्थगित करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि इस परिदृश्य में चुनाव कराना सही नहीं होगा। पिछली बैठक में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने 23 जून को मतदान की तिथि दी थी। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव का अगला कार्यक्रम कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण द्वारा तय किया जाएगा।
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कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि
इससे पहले आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि जब हम 22 जनवरी को मिले तो हमने तय किया कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जून के अंत तक पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि चुनाव प्राधिकरण की अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने इसकी रूपरेखा तैयार की है। वेणुगोपाल इसे COVID19 और चुनाव परिणामों पर हमारी चर्चा के बाद पढ़ेंगे।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की बैठक बुलाई। इस बैठक में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार पर मंथन किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में अपनी असफलताओं पर ध्यान देना होगा और सही सबक निकालने के लिए वास्तविकता का सामना करना होगा।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की एक महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि वह ऐसे हर पहलू को देखने के लिए एक छोटा समूह गठित करने का इरादा रखती हैं, जो इस तरह के बदलाव का कारण बने।
इस बैठक में ये भी बताया गया कि जून के आखिर में कांग्रेस के अगले अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। आज इसकी विस्तृत घोषणा की जा सकती है। कांग्रेस की कार्यसमिति में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अलावा एके एंटनी और पार्टी के असंतुष्ट गुट जी-23 के गुलाम नबी आजाद भी शामिल हैं।
चुनावों में हार से बेहद निराशा- सोनिया गांधी
चुनावों में कांग्रेस की मंथन को लेकर बुलाई गई इस बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि जबकि हम सभी COVID19के साथ व्यस्त हैं, यह बैठक चुनाव परिणामों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। यह कहने के लिए कि हम गहराई से निराश हैं, समझ बनाना है। मैं हर पहलू को देखने और बहुत जल्दी रिपोर्ट करने के लिए एक छोटा समूह स्थापित करने का इरादा रखती हूं। उन्होंने कहा कि हमें स्पष्ट रूप से यह समझने की आवश्यकता है कि केरल और असम में हम असंगत गुंडों को नापसंद करने में क्यों असफल रहे और पश्चिम बंगाल में हमारा खाता भी नहीं खुल सका। ये असहज सबक देंगे, लेकिन अगर हम वास्तविकता का सामना नहीं करते हैं, अगर हम तथ्यों को सामने नहीं रखते हैं, तो हम सही सबक नहीं लेंगे।
कोरोना महामारी और वैक्सीन को लेकर सरकार पर निशाना
इस बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी(Sonia Gandhi) ने वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने अपनी जिम्मेदारी को छोड़ दिया है और राज्यों पर ही टीकाकरण छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा सभी राज्यों को नि: शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराना आर्थिक रूप से अधिक न्यायसंगत होगा।
सोनिया गांधी ने कहा कि COVID-19 की स्थिति और भी भयावह हो गई है। शासन की विफलताएं और भी अधिक कठोर हो गई हैं। देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गई है। मोदी सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया। मोदी सरकार की अन्य प्राथमिकताएं हैं, जनता की राय के बल पर भव्य परियोजनाओं का पीछा करना।
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