हरियाणा: स्वदेशी कोरोना वायरस वैक्सीन Covaxin का इंसानों पर आखिरी दौर का ट्रायल शुरू हो गया है। देशभर में 26 हजार लोगों पर वैक्सीन का डबल ब्लाइंड, रैंडमाइज्ड ट्रायल होगा। हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज ने पहली डोज लेकर फेज 3 ट्रायल की शुरुआत की। विज ने खुद को पहला वालंटियर बनाने की पेशकश की थी। उन्हें अंबाला के एक अस्पताल में Covaxin का पहला इंजेक्शन दिया गया। 14 दिन बाद उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी।
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इस वैक्सीन का कोडनेम BBV152 है। ट्रायल में सफल होने पर इस वैक्सीन के अगले साल की पहली तिमाही के बाद उपलब्ध होने की संभावना जताई जा रही है। भारत में तैयार हुई कोरोना वायरस वैक्सीन Covaxin का देशभर में फेज 3 ट्रायल चल रहा है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने अंबाला के एक अस्पताल में Covaxin की ट्रायल डोज लगवाई है।
किसने बनाई है कोरोना की यह वैक्सीन?
Covaxin को हैदराबाद की भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरलॉजी (NIV) के साथ मिलकर तैयार किया है। इसका फेज 1 ट्रायल 15 जुलाई से शुरू हुआ था।
कैसे तैयार की गई? किस तरह करती है असर?
Covaxin एक ‘इनऐक्टिवेटेड’ वैक्सीन है। यह उन कोरोना वायरस के पार्टिकल्स से बनी है जिन्हें मार दिया गया था ताकि वे इन्फेक्ट न कर पाएं। इसकी डोज से शरीर में वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडीज बनती हैं। ये ऐंटीबॉडीज शरीर को कोरोना इन्फेक्शन से बचाती हैं।
Covaxin की कीमत क्या होगी?
भारत बायोटेक के एमडी डॉ कृष्णा एल्ला ने कहा था कि वैक्सीन की कीमत एक पानी की बोतल के दाम से भी कम होगी। यानी इसका मतलब है कि वैक्सीन की एक डोज 20 रुपये से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए।
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