लखनऊ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आज शिक्षक दिवस पर माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा के साथ कार्यवाहक मुख्य सचिव आरके तिवारी भी मौजूद थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि
सम्मानित शिक्षकों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद से ही हमने गुणवत्ता परक शिक्षा व्यव्स्था लागू करने का फैसला किया। हम इसमें सफल भी रहे। शिक्षा विभाग में तेजी से बदलाव आया है। हमारी सरकार शिक्षा के हर स्तर पर अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित कर रही है। हमको शिक्षा के क्षेत्र में हर एक स्तर पर कुछ नया देखने को मिला।
उन्होने कहा कि हमारे कार्यकाल में उच्च शिक्षा में पाठ्यक्रम के साथ ही सत्र भी नियमित सत्र हुआ है। इसके साथ ही हमको माध्यमिक शिक्षा में नकल रोकने में सफलता मिली है। एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को बेसिक शिक्षा में लाया गया है। यूपी में आज हर छात्र-छात्रा को परीक्षा पास करने के योग्य बनाया जा रहा है। सरकार हर स्तर पर उनकी बौद्धिक बढ़ाने के साथ उसके विकास के अभियान में लगी है। उच्च, माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग ने जो प्रयास किया आज उसके नतीजे मिल रहे हैं।
शिक्षा के लिए जागरूकता का कार्यक्रम चलाया गया है।
शिक्षा के लिए जागरूकता का कार्यक्रम चलाया गया है। माध्यमिक शिक्षा में बड़ी चुनौती थी कि किस तरह नकलविहीन परीक्षा हो सके। आज दो वर्षो में हमने यह करके भी दिखाया है। नकलविहीन परीक्षा के साथ शिक्षा की गुणवत्ता के तरह भी विभाग का ध्यान गया। यह सकारात्मक काम है। जीवन को हर एक घटना हमें सिखाती है। हम इसको इस लिए संभव कर पाए क्योकि सबका साथ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर जगह से अभिनंदन पत्र भेजा जाना चाहिए।
प्रदेश में निजी विशवविद्यालय में भी एक नीति हो नही तो पिक एंड चूज का काम होता था। आज हमने नीति बनाई है। आज के समय में शिक्षक समय नही दे पा रहा है। शिक्षक बच्चों को सही दीक्षा और दिशा नही दिखा पा रहे। यह शिक्षक की जिम्मेदारी है कि देश के घटनाओं की जानकारी बच्चों को दें। कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के कदम को स्कूलों में डिबेट के माध्यम से बताया जाना चाहिए। शिक्षकों को बताना चाहिए कि अनुच्छेद 370 का विरोध श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने क्यों किया था। इस पर तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर जगह से अभिनंदन पत्र भेजा जाना चाहिए।