दिल्ली: चुनाव के इस दौर में सत्ताधारी और विपक्षी, दोनो के ही नेता मीडिया से रूबरू होते हुए अपने आप को बाहूबली साबित करने में तुले है। इसी होड़ में हमारे प्रधानमंत्री भी है। प्रधानमंत्री आए दिन पत्रकारों को एक्लयूसिव इंटरव्यू देने में व्यस्त है। वहीं हालहि में उन्होने एक ऐसे ही निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कुछ ऐसा दावा थोका कि सोशल मीडिया के गलियारों में उसने तूल पकड़ ली। इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा ‘शायद, मैंने पहली बार डिजिटल कैमरा का उपयोग किया, 1987-1988 में और उस समय काफी कम लोगों के पास ईमेल रहता था। मेरे यहां विरमगाम तहसील में आडवाणी जी की रैली थी, मैंने डिजिटल कैमरा पर उनकी फोटो खींच कर दिल्ली को ट्रांसमिट की..’
यह भी पढ़ें: आग से धधक रहे हैं उत्तराखंड के जंगल, पिछले 24 घंटों में 46 घटनाएं आई सामने
वहीं इस इंटरव्यू के बाद जहा एक ओर पीएम मोदी के समर्थकों को अपना समर्थन देने का एक और फैक्टर मिल गया तो वहीं पीएम के विरोधियों को पीएम मोदी की खिल्ली उड़ाने का भी नया मौका मिला। लोग कह रहे है कि 1988 में तो ईमेल सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित था। भारत में तो ये 1995 में आया है। तो पीएम मोदी ने ईमेल का कैसे इस्तमाल कर लिया। वहीं कांग्रेस ने भी इस इंटरव्यू को ट्वीट कर चुटकी ली कि अब मत कहना कि कांग्रेस ने 60 सालो में कुछ नहीं किया।