सेहत के दुश्मन हैं तंबाकू उत्पाद: राम नाईक

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राज्यपाल राम नाईक ने विश्व तंबाकू दिवस पर कहा कि तंबाकू उत्पाद सेहत के दुश्मन हैं। इसका सेवन तमाम बीमारियों की चपेट में ला रहा है। यह एक तरह का साइलेंट किलर है। स्थिति यह है कि लड़ाई में भी इतने लोग जान नहीं गंवा रहे हैं, जितनी देश में तंबाकू जनित बीमारियों से जा रही हैं।

केजीएमयू व नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि देश में हर वर्ष तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों के चलते करीब 10 लाख लोग जान गंवा रहे हैं। ऐसे में इस साइलेंट किलर के प्रति समाज में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाने होंगे। लोगों को तंबाकू की आदत छुड़ाने के लिए पहल करनी होगी। इसके लिए लोगों को दृढ़ इच्छाशक्ति दिखानी होगी। जब वह रेलमंत्री थे तब उन्होंने ट्रेन में धूमपान व प्लेटफॉर्म पर तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाई थी।

इस दौरान डॉ. सूर्यकांत द्वारा तंबाकू प्रतिबंध को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। राज्यपाल ने कहा कि सौंपे गए ज्ञापन को पत्र के साथ प्रधानमंत्री को भेजूंगा। साथ ही जून में राष्ट्रपति भवन में होने वाली बैठक में भी राष्ट्रपति के समक्ष यह मामला रखूंगा।

40 फीसद कैंसर का कारण तंबाकू

कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने कहा कि तंबाकू में चार हजार केमिकल होते हैं। इसमें 50 केमिकल कैंसर के कारक होते हैं। देश में 40 फीसद कैंसर तंबाकू से ही होते हैं। वहीं तंबाकू हार्ट, किडनी, अनिद्रा, अपच जैसी समस्या का भी कारण है। लिहाजा, इसके सेवन से बचना चाहिए। डॉ. विनोद जैन ने कहा कि तंबाकू उत्पादों से सरकार को कोई फायदा नहीं हो रहा है। वह जितना राजस्व कमाती है, उससे अधिक लोगों के इलाज पर खर्च कर रही है। इसका फायदा सिर्फ कंपनी उठा रही है।

हिमेटोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. एके त्रिपाठी द्वारा एक लघु फिल्म संवरती जिंदगी बनाई गई है। इसका लोकार्पण राज्यपाल द्वारा किया गया। फिल्म में लोगों को एनीमिया रोग की जानकारी दी गई है। कार्यक्रम में डॉ. रमाकांत समेत तमाम चिकित्सक मौजूद रहे। इस दौरान तंबाकू के लिए जनजागरूकता फैलाने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।

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