केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा को मुहैया कराई गई कार से बीच रास्ते में धुंआ उठने के मामले की जांच में एआरटीओ प्रवर्तन की लापरवाही उजागर हुई है। एडीएम जगदीश कांडपाल ने कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। फरवरी में केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा पूर्व विधायक शैलेंद्र मोहन सिंघल के बेटे की शादी में शामिल होने ऊधमसिंहनगर के जसपुर जा रहे थे।
इस दौरान गदरपुर और दिनेशपुर के मध्य उनकी कार से अचानक धुंआ उठने लगा। इससे जिला और पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। राज्यमंत्री के लिए दूसरे वाहन की व्यवस्था करने का भी प्रयास किया गया, लेकिन काफी समय लग गया। इस पर एसओ गदरपुर ने अपने सरकारी वाहन से मंत्री को बॉर्डर तक छोड़ा था।
इस मामले में एडीएम जगदीश कांडपाल और एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा को जांच सौंपी गई थी। साथ ही सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय का भी जवाब तलब किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक जांच में एआरटीओ प्रवर्तन राम प्रकाश राठौर की लापरवाही उजागर हुई है।
टैक्सी न होकर निजी था वाहन
एआरटीओ को केंद्रीय राज्य मंत्री को वाहन उपलब्ध कराना था। जो वाहन उन्हें उपलब्ध कराया गया, वह टैक्सी न होकर निजी था। ड्राइवर भी प्रशिक्षित नहीं था और वाहन काफी पुराना था। बुधवार को एडीएम ने मामले में एआरटीओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट डीएम डॉ. नीरज खैरवाल को भेज दी है।